केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में जल्द ही निर्वाचन क्लब और लोकतंत्र कक्ष की स्थापित किए जायेंगे। इसको लेकर बोर्ड ने निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों के साथ बोर्ड ने स्कूलों को इन क्लब को सफल बनाने के लिए क्षेत्रीय निर्वाचन प्राधिकरण से साझेदारी की सलाह भी दी है। क्लबों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में नागरिक सहभागिता, लोकतांत्रिक भागीदारी, सक्रिय नागरिकता, चुनावी साक्षरता की संस्कृति को बढ़ावा देना रहेगा। इससे छात्र- छात्राएं छोटी उम्र से लोकतांत्रिक मूल्य और प्रक्रियाओं को समझ सकेंगे। लोकतंत्र कक्ष और निर्वाचन क्लब के जरिए छात्रों को चुनावी अधिकारों और प्रक्रिया, लोकतांत्रिक सिद्धांत और नागरिक जिम्मेदारियों के बारे में भी शिक्षित किया जाएगा
__बच्चों को मुहैया होंगे अखबार और मैगजीन
स्कूलों को गतिविधियों की देखने करने के लिए संकाय सलाहकार या समन्वयक की नियुक्ति की जाएगी। क्लब और कक्ष का गठन प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर किया जा सकेगा। इसकी सदस्यता सभी विद्यार्थियों के लिए रहेगी। विद्यार्थियों को स्थानीय, राष्ट्रीय और वैश्विक मुद्दों के बारे में जानकारी के लिए अखबार, मैगजीन, ऑनलाइन डाटाबेस और अन्य संसाधन मुहैया कराए जाएंगे।
__इन गतिविधियों पर रहेगा फोकस
1- चुनावी साक्षरता कार्यशाला।
2- डेमो चुनाव, बहस और परिचर्चा।
3- मतदान पंजीकरण अभियान।
4- सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम।
5- विशेषज्ञों के व्याख्यान और बातचीत।
6- प्रश्नोत्तरी, निबंध लेखन प्रतियोगिता।
7- सामुदायिक सहभागिता कार्यक्रम।
8- मीडिया साक्षरता अभियान।
9- नागरिक शिक्षा कार्यशाला।
“सीबीएसइ स्कूलों में निर्वाचन क्लब और लोकतंत्र कक्षों की स्थापना से विद्यार्थियों में चुनाव और लोकतंत्र के प्रति जागरूकता और समझ विकसित होगी। इसमें बच्चों को चर्चा, बहस करने, नए दृष्टिकोण तलाशने, सवाल और अपने तर्कों को प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।”
_भूपेश शर्मा, जिला समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र, श्रीगंगानगर